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अमित शाह की सख्त रणनीति से नक्सलियों की कमर टूटी: अबूझमाड़ में 28 माओवादी ढेर, देश में खत्म हो रहा है 'लाल आतंक': राकेश शर्मा
राकेश शर्मा
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देश में दशकों से फैले नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने की मुहिम अब निर्णायक मोड़ पर है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में चल रही सख्त और व्यापक रणनीति का असर अब जमीन पर दिखने लगा है। बीते कुछ महीनों में देश के दुर्गम नक्सली इलाकों में बड़े माओवादी कमांडरों के खात्मे की घटनाओं ने संकेत दिया है कि 'लाल आतंक' की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है।
अबूझमाड़ में 28 नक्सली ढेर, बसवराज राजू की मौत सबसे बड़ी सफलता
छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ जंगलों में सुरक्षा बलों ने हाल ही में एक बड़ी कार्रवाई में दुर्दांत नक्सली सरगना केशव राव उर्फ बसवराज राजू को उसके 27 माओवादी साथियों सहित ढेर कर दिया। राजू माओवादियों की केंद्रीय कमेटी का महत्वपूर्ण सदस्य था और देशभर में नक्सली हमलों की योजना बनाने में शामिल रहा है।
यह कार्रवाई न केवल माओवादी संगठन की रीढ़ तोड़ने वाली है, बल्कि नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बलों के मनोबल को भी नया उत्साह देने वाली है।
सुकमा में इनामी माओवादी महिला सहयोगी के साथ मारा गया
हाल ही में सुकमा जिले के कुकरनाथ थाना क्षेत्र में 5 लाख के इनामी नक्सली को उसकी महिला साथी के साथ सुरक्षा बलों ने मार गिराया। यह मुठभेड़ भी गृहमंत्रालय की निगरानी में संचालित समन्वित रणनीति का हिस्सा थी।
गृह मंत्री शाह कर रहे लगातार मॉनिटरिंग
गृह मंत्री अमित शाह खुद नक्सल प्रभावित राज्यों की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं। वे सुरक्षा बलों, खुफिया एजेंसियों और राज्य प्रशासन के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं और स्थानीय चुनौतियों के अनुसार कार्रवाई को तेज करने के निर्देश दे रहे हैं।
बातचीत की पेशकश, लेकिन संदेह बरकरार
हाल के नुकसान से हताश नक्सली अब सरकार से शांति वार्ता की बात कर रहे हैं, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह संगठन को दोबारा खड़ा करने का छलावा हो सकता है। पहले भी नक्सली शांति वार्ता की आड़ में समय लेकर अपनी रणनीति को मजबूत करते रहे हैं।
विकास के मोर्चे पर भी आक्रामक रणनीति
सरकार नक्सल प्रभावित इलाकों में तेज गति से बुनियादी ढांचे का विकास कर रही है। सड़कें, स्कूल, अस्पताल, बिजली और पेयजल जैसी सुविधाएं अब उन दुर्गम क्षेत्रों में भी पहुंचाई जा रही हैं, जहां कभी नक्सलियों का सीधा नियंत्रण था।
छुपने के ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई
सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के गुफाओं, जंगलों और भूमिगत ठिकानों को चिन्हित कर एक साथ घेराबंदी कर कई अड्डों को तबाह किया है। इस तरह की कार्रवाई पहले कभी इतनी सुनियोजित और व्यापक रूप में नहीं हुई।
जल्द ही लाल आतंक का अंत: शाह
गृहमंत्री अमित शाह ने हाल में एक बैठक में विश्वास जताया कि बहुत जल्द देश से लाल आतंक का नामोनिशान मिट जाएगा। उनके नेतृत्व में चल रही रणनीतिक कार्रवाई और विकास योजना दोनों साथ-साथ चल रही हैं, जिससे नक्सलवाद की जमीन अब तेजी से खिसक रही है।