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आज का पंचांग : राहुकाल में न करें शुभ कार्य, वरना पड़ सकता है पछताना
Dharm Desk

आषाढ़ शुक्ल दशमी पर सर्वार्थ सिद्धि योग, भवन प्रवेश और खरीदारी के लिए श्रेष्ठ दिन
शनिवार, 5 जुलाई 2025 को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है, जो धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत शुभ मानी जाती है। इस तिथि का स्वामी भगवान शिव के पराक्रमी गण वीरभद्र माने जाते हैं, जिनकी कृपा से साहस, सफलता और निर्णय शक्ति की प्राप्ति होती है। आज के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है, जो इसे और भी महत्वपूर्ण बना देता है।
जो लोग आज नवीन भवन का उद्घाटन, वाहन क्रय, यात्रा, खरीदारी या अन्य सामाजिक आयोजन करना चाहते हैं, उनके लिए यह दिन विशेष फलदायी सिद्ध हो सकता है। हालांकि, शुभ कार्यों के लिए राहुकाल और यमगंड काल से बचाव जरूरी है।
आज का पंचांग (Panchang - 05 July 2025)
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विक्रम संवत: 2081
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मास: आषाढ़
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पक्ष: शुक्ल पक्ष
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तिथि: दशमी
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दिन: शनिवार
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योग: सिद्धि
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नक्षत्र: स्वाति
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करण: तैतिल
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चंद्र राशि: तुला
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सूर्य राशि: मिथुन
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सूर्योदय: सुबह 05:58 बजे
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सूर्यास्त: शाम 07:29 बजे
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चंद्रोदय: दोपहर 02:42 बजे
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चंद्रास्त: रात 01:30 बजे (6 जुलाई)
राहुकाल व वर्जित समय
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राहुकाल: सुबह 09:21 से 11:02 बजे तक
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यमगंड: दोपहर 14:25 से 16:06 बजे तक
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गुलिक काल: सुबह 06:00 से 07:41 तक
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दुमुहूर्त: पूर्वाह्न 10:00 से 10:45 तक व अपराह्न 02:10 से 03:00 तक
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वर्ज्यम्: दोपहर 01:18 से 02:58 तक
इन समयों के दौरान कोई भी शुभ कार्य, नया आरंभ या बड़ा निवेश करना वर्जित माना गया है।
स्वाति नक्षत्र में चंद्रमा का संचार: अस्थायी कार्यों के लिए श्रेष्ठ
आज चंद्रमा तुला राशि में है और वह स्वाति नक्षत्र में संचार कर रहा है। यह नक्षत्र तुला राशि में 6:40 डिग्री से 20:00 डिग्री तक फैला है। इसके शासक ग्रह राहु और देवता वायु हैं। स्वाति एक चर और अस्थायी स्वभाव वाला नक्षत्र है। इसलिए यह दिन यात्रा करने, नए वाहन लेने, अस्थायी समझौतों, बागवानी, दोस्तों से मिलने या अल्पकालिक योजना शुरू करने के लिए उत्तम है।
धार्मिक दृष्टि से शुभ
पौराणिक मान्यता के अनुसार, आषाढ़ शुक्ल दशमी पर शिव पूजा, दान, और यज्ञ करने से पापों का क्षय होता है और जीवन में स्थिरता आती है। शनिवार का दिन होने से हनुमान जी की उपासना और शनि पूजा का भी विशेष महत्व है।
क्या करें – क्या न करें
करें:
हनुमान जी को चोला चढ़ाएं
भवन प्रवेश या वाहन क्रय करें (राहुकाल से बचें)
स्वाति नक्षत्र में छोटी यात्राएं और खरीदारी करें
स्वच्छता और सेवा कार्य में भाग लें
न करें:
राहुकाल (09:21 – 11:02) में कोई भी शुभ कार्य
यमगंड और गुलिक काल में निवेश या नया कार्य
वर्ज्यम् के समय यात्रा या वाणी विवाद