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आज का पंचांग: आध्यात्मिक प्रगति और तीर्थयात्रा के लिए शुभ दिन, जानें राहुकाल और वर्जित समय
Dharam Desk

श्रावण मास की पवित्रता और मंगलवार की शक्ति का संगम आज के दिन को अत्यंत खास बना रहा है। 15 जुलाई 2025 को श्रावण कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि है, जिसे आध्यात्मिक कार्यों और तीर्थयात्रा के लिए विशेष रूप से अनुकूल माना जाता है।
पंचमी तिथि पर नाग देवताओं का आधिपत्य होता है, वहीं मंगलवार होने से हनुमान उपासना का भी विशेष फल प्राप्त होता है।
आज के दिन व्रत, पूजा, ध्यान, गुरु आराधना और यात्रा की योजना बनाने वाले जातकों के लिए समय बेहद अनुकूल है—बस राहुकाल और वर्जित समय का ध्यान अवश्य रखें।
आज का पंचांग (15 जुलाई 2025, मंगलवार)
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विक्रम संवत: 2081
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मास: श्रावण
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पक्ष: कृष्ण पक्ष
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तिथि: पंचमी
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दिन: मंगलवार
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योग: सौभाग्य
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नक्षत्र: शतभिषा
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करण: कौलव
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चंद्र राशि: कुंभ
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सूर्य राशि: मिथुन
सूर्य-चंद्र ग्रह स्थिति
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सूर्योदय: सुबह 06:02 बजे
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सूर्यास्त: शाम 07:27 बजे
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चंद्रोदय: रात 10:26 बजे
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चंद्रास्त: सुबह 09:45 बजे
आज का राहुकाल एवं अशुभ मुहूर्त
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राहुकाल: दोपहर 04:06 बजे से 05:47 बजे तक
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यमगंड: 11:04 बजे से 12:45 बजे तक
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गुलिक काल: 08:43 से 10:24 बजे तक (शुभ कार्यों में वर्जनीय)
टिप: उपरोक्त समय में कोई भी शुभ कार्य, यात्रा प्रारंभ, व्यवसायिक सौदे या नई शुरुआत से बचें।
नक्षत्र विशेष: शतभिषा का प्रभाव
आज का दिन शतभिषा नक्षत्र से जुड़ा है, जिसका स्वामी राहु है और देवता वरुण। यह नक्षत्र आमतौर पर मिश्रित फलदायी माना जाता है, परंतु मित्रों से भेंट, ध्यान-साधना और तीर्थयात्रा के लिए यह नक्षत्र उत्तम माना गया है।
धार्मिक सुझाव
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मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में दर्शन और चोला चढ़ाना विशेष फलदायक रहता है।
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नाग देवताओं की आराधना से सर्प दोष, कुंडली के राहु-केतु दोष और संतान बाधा में राहत मिलती है।
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पंचमी तिथि पर किए गए पितृ तर्पण या पवित्र जलाशयों में स्नान का पुण्य अक्षय होता है।