- Hindi News
- धर्म
- आज 20 जून 2025 का पंचांग: यम और दुर्गा के प्रभाव की नवमी तिथि, अमृत सिद्धि योग में करें साधना, पर टा...
आज 20 जून 2025 का पंचांग: यम और दुर्गा के प्रभाव की नवमी तिथि, अमृत सिद्धि योग में करें साधना, पर टालें शुभ कार्य
Dharm Desk

आषाढ़ महीने के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि, आज शुक्रवार को पड़ रही है, जो विशेष रूप से मृत्यु के देवता यमराज और मां दुर्गा को समर्पित मानी जाती है।
शास्त्रों के अनुसार, इस दिन शुभ कार्यों से परहेज करना चाहिए। हालांकि गुप्त साधना, आध्यात्मिक उन्नति, और विरोधियों पर विजय के लिए रणनीति बनाना अत्यंत फलदायी रहता है।
आज अमृत सिद्धि योग भी बन रहा है, जो विशेष कार्यों के लिए अत्यंत शक्तिशाली योग माना जाता है।
20 जून 2025 का पंचांग विवरण
-
हिन्दू विक्रम संवत: 2081
-
मास: आषाढ़
-
पक्ष: कृष्ण
-
तिथि: नवमी
-
दिन: शुक्रवार
-
नक्षत्र: रेवती
-
योग: शोभन
-
करण: गर
-
चंद्र राशि: मीन
-
सूर्य राशि: मिथुन
-
सूर्योदय: 05:54 AM
-
सूर्यास्त: 07:27 PM
-
चंद्रोदय: 01:29 AM (21 जून)
-
चंद्रास्त: 01:56 PM
आज का अशुभ समय (वर्जित मुहूर्त)
-
राहुकाल: 10:59 AM – 12:40 PM
-
यमगंड: 04:04 PM – 05:45 PM
-
गुलिक काल: 07:35 AM – 09:16 AM
-
वर्ज्यम: दोपहर 12:42 PM – 02:28 PM
इन समयों के दौरान किसी भी नए कार्य की शुरुआत, यात्रा या लेन-देन से बचना चाहिए।
रेवती नक्षत्र में चंद्रमा का संचार – क्या करें क्या न करें?
आज चंद्रमा मीन राशि में और रेवती नक्षत्र में संचरण कर रहे हैं। यह नक्षत्र कोमल और सौम्य प्रकृति का माना गया है। इसके देवता पूषा हैं जो मार्गदर्शक और संरक्षक माने जाते हैं, वहीं इसके स्वामी बुध ग्रह हैं, जो व्यापार, वाणी और योजनाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं।
उपयुक्त कार्य:
-
आध्यात्मिक साधना
-
विरोधियों पर नियंत्रण की योजना
-
व्यापारिक रणनीति तैयार करना
-
रचनात्मक लेखन और संगीत अभ्यास
-
ध्यान, योग, मौन व्रत
❌ वर्जित कार्य:
-
विवाह, मुंडन, गृहप्रवेश
-
नई साझेदारी या निवेश
-
नया व्यापार आरंभ करना
-
महत्वपूर्ण निर्णय या खरीदारी
धार्मिक महत्त्व – यम और दुर्गा का विशेष प्रभाव
इस नवमी तिथि पर एक ओर जहां यम देवता का प्रभाव माना जाता है, वहीं दूसरी ओर यह तिथि मां दुर्गा को भी समर्पित है। यह तिथि जीवन की नश्वरता की याद दिलाती है और साथ ही आत्मिक शक्ति और तपस्या का अवसर भी प्रदान करती है।
📿 क्या करें?
-
मां दुर्गा के “दुर्गा सप्तशती के नवम अध्याय” का पाठ करें
-
यमराज के लिए दीपदान करें – विशेषकर शाम के समय दक्षिण दिशा में
-
ब्राह्मणों या जरूरतमंदों को भोजन कराएं
-
पीपल या तुलसी के नीचे दीपक जलाएं
20 जून 2025 की नवमी तिथि एक ओर शुभ कार्यों से परहेज की मांग करती है, तो दूसरी ओर अमृत सिद्धि योग और रेवती नक्षत्र जैसी शक्तिशाली स्थितियाँ यह संकेत देती हैं कि यदि दिन का सही उपयोग किया जाए, तो मन और बुद्धि को स्थिर कर अनेक लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं।