- Hindi News
- धर्म
- आज का पंचांग, 26 जून 2025: प्रतिपदा तिथि में बनाएं नए लक्ष्यों का ब्लूप्रिंट, पूरी होगी हर साधना
आज का पंचांग, 26 जून 2025: प्रतिपदा तिथि में बनाएं नए लक्ष्यों का ब्लूप्रिंट, पूरी होगी हर साधना
Dharm Desk

आज का दिन हिंदू कैलेंडर में बेहद विशेष है। यह आषाढ़ मास, शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि है, जो धर्म और नीति के देवता कुबेर और सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा से संबंधित है।
यह तिथि विशेष तौर पर नई योजनाओं और प्रोजेक्टों की रूपरेखा बनाने, भविष्य की नींव रखने और योजनाओं को विकसित करने के लिए बेहद शुभ मानी जाती है। हालांकि, यह तिथि यात्रा या शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए अशुभ रहती है, इसलिए इससे बचने की सलाह दी जाती है।
26 जून 2025 का पंचांग
-
विक्रम संवत: 2081
-
मास: आषाढ़
-
पक्ष: शुक्ल पक्ष
-
तिथि: प्रतिपदा
-
दिन: गुरुवार
-
योग: ध्रुव
-
नक्षत्र: आर्द्रा
-
करण: नाग
-
चंद्र राशि: मिथुन
-
सूर्य राशि: मिथुन
-
सूर्योदय: सुबह 5:55 बजे
-
सूर्यास्त: शाम 7:28 बजे
-
चंद्रोदय: सुबह 5:25 बजे
-
चंद्रास्त: रात 8:38 बजे
-
राहुकाल: दोपहर 2:23 से 4:05 तक
-
यमगंड: सुबह 5:55 से 7:37 तक
विशेष फल और सावधानियाँ
क्या करें:
-
यह दिन नई योजनाएँ बनाने, पुराने प्रोजेक्ट्स में बदलाव करने और भविष्य की नींव रखने के लिए विशेष लाभदायक है।
-
यह तिथि देवताओं कुबेर और ब्रह्मा से संबंधित है, अतः धन और समृद्धि से जुड़े लक्ष्यों को साधने में सहायक है।
क्या न करें:
-
यह तिथि यात्रा, शुभ कार्य या खरीदारी के लिए अशुभ है, इसलिए इससे बचें।
-
राहुकाल (दोपहर 2:23 से 4:05) के दौरान विशेषकर कोई मांगलिक या शुभ कार्य न करें।
आज के नक्षत्र का विशेष फल
चंद्रमा मिथुन राशि और आर्द्रा नक्षत्र में विराजमान है। यह नक्षत्र मिथुन राशि में 6°40' से 20°00' तक विस्तृत है और राहु इसके स्वामी ग्रह हैं। यह नक्षत्र उन कार्यों के लिए अच्छा है जो पुराने ढाँचे तोड़ने, दुश्मनों से निपटने या कठिन परिस्थितियों से जूझने से संबंधित हों। यह आत्मचिंतन, साधना या पुराने जर्जर ढाँचे तोड़ने के लिए लाभदायक है, मगर यात्रा और खरीदारी जैसे शुभ कामों से बचना उचित है।
विशेष वर्जित समय
-
राहुकाल: दोपहर 2:23 से 4:05 तक
-
साथ ही यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् जैसे अशुभ मुहूर्तों में भी मांगलिक या शुभ कार्यों से बचें।
आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा तिथि उन सभी के लिए बेहद शुभ है जो अपने लक्ष्यों और योजनाओं को लेकर गंभीर हैं। यह एक आदर्श दिन है पुराने को खत्म कर नया रचने का, सपनों को साकार करने और लक्ष्यों को साधने का। बस राहुकाल जैसे अशुभ समय में विशेष सावधानी रखें और शुभ कार्यों से बचें, तो यह दिन विशेष फलदायी रहेगा।