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सत्यकथा : झाड़-फूंक की आड़ में ‘शैतानी तंत्र’: मंदसौर में फर्जी तांत्रिक ने किया पचास से ज़्यादा महिलाओं का शोषण
Satyakatha

स्थान – गरोठ थाना क्षेत्र, जिला मंदसौर, मध्यप्रदेश मुख्य आरोपी – मुबारक अली अंसारी आरोप – यौन शोषण, धोखाधड़ी, फर्जी पहचान, अंधविश्वास के नाम पर शारीरिक शोषण
गांव में आया तांत्रिक और शुरू हुआ विश्वास का सौदा
बलौदा गांव, जो कभी अपनी शांति, परंपरा और आपसी सौहार्द के लिए जाना जाता था, वहां एक ऐसा अंधेरा धीरे-धीरे पसरने लगा जिसकी आहट किसी ने नहीं सुनी। लगभग दो दशक पहले गांव में आकर बसे एक मुस्लिम परिवार का बेटा मुबारक अली, लोगों की नजरों में एक सामान्य युवक था। लेकिन बीस की उम्र पार करते ही वह अचानक गायब हो गया और जब एक साल बाद लौटा तो उसने खुद को ‘तांत्रिक बाबा’ घोषित कर दिया।
शुरुआत में गांव वालों ने उसकी बातों को हल्के में लिया, लेकिन जब कुछ महिलाएं अपनी घरेलू समस्याएं लेकर उसके पास जाने लगीं, तो मुबारक ने अपने तंत्र-मंत्र के नाम पर अंधविश्वास की खेती शुरू कर दी। उसके पास महिलाओं की संख्या बढ़ती गई। वह उनकी आंखों में डर बोता – किसी की कोख में डायन का साया, तो किसी के पति पर मर्दाना कमजोरी का भूत।
बदनामी का डर और चुप्पी की कीमत
गांव का भोला-भाला किसान काशीराम भी इसी साजिश का शिकार बना। उसका बड़ा बेटा पिछले दो सालों से बीमार था। बहू माया, पति की सेहत की चिंता में, किसी की सलाह पर मुबारक अली के पास झाड़-फूंक के लिए जाने लगी। शुरुआत में यह सब घरवालों को "ताबीज-धागे" तक सीमित लगा, लेकिन जब माया अकेले ही पूजा के नाम पर घंटों मुबारक के घर रहने लगी, तब संदेह गहराने लगा।
एक दिन काशीराम के छोटे बेटे ने जब माया के मोबाइल में मुबारक के साथ उसके अश्लील वीडियो और फोटो देखे, तो पूरे परिवार की ज़मीन खिसक गई। ससुर ने माया को चेताया, लेकिन वह उल्टे तर्कों और झगड़ों पर उतर आई। अब बात घर की चौखट लांघ चुकी थी।
तांत्रिक की ‘बिस्तर पूजा’: विश्वास से छल तक
मुबारक ने माया को यह कहकर फंसाया था कि उसके पति पर ऐसी आत्मा का साया है जो उसे कभी ठीक नहीं होने देगी और वह पत्नी के करीब भी नहीं आ सकेगा। जब माया ने कहा कि वह क्या करे, तो मुबारक ने शातिर चाल चलते हुए कहा – “तू चाहे तो ‘बिस्तर पूजा’ कर सकती है, जिससे बुरी आत्मा जलकर राख हो जाएगी।”
बिस्तर पूजा का मतलब था – होटल के कमरे में चार दिन तक मुबारक के साथ एकांत में रहना, और "पूजा" के बहाने शारीरिक संबंध बनाना। मुबारक ने फर्जी हिंदू नाम से बनवाए आधार कार्ड की मदद से होटल में कमरा लिया और वहां माया को बहला-फुसलाकर उसका शारीरिक शोषण किया।
चार दिन में माया न सिर्फ मुबारक के जाल में फंसी, बल्कि उसके लिए पूरी तरह समर्पित हो गई। अब वह खुद अन्य औरतों को भी बाबा के पास भेजने लगी।
कई बहू-बेटियों की इज्जत बनी बाबा की हवस की भेंट
काशीराम जब अपनी बहू की करतूत से पर्दा उठाने की हिम्मत जुटा पाया, तब गांव की चौपाल में उसने यह कहानी सुनाई। लेकिन वहां मौजूद अन्य ग्रामीणों की भी आंखें नम थीं – क्योंकि उनकी बहू-बेटियां भी किसी न किसी रूप में बाबा की "भक्त" बन चुकी थीं।
शिकायत लेकर ग्रामीण गरोठ थाने पहुंचे। पुलिस ने गंभीरता से जांच शुरू की। जब 22 मई को मुबारक अली के घर छापा मारा गया तो वहां से जो मिला उसने पूरे गांव को हिलाकर रख दिया।
छापे में मिला तंत्र-मंत्र और यौन शोषण का जखीरा
टीआई हरीश मालवीय के नेतृत्व में हुई छापेमारी में पुलिस को बड़ी संख्या में तंत्र-मंत्र का सामान, अश्लील चित्रों वाली किताबें, सेक्स पॉवर बढ़ाने वाली गोलियां और दर्जनों महिलाओं की आपत्तिजनक तस्वीरें मिलीं।
इसके अलावा फर्जी आधार कार्ड – जिसमें मुबारक ने खुद को हिंदू नाम से दिखाया था – भी बरामद हुआ। यही कार्ड वह होटल में महिला ‘भक्तों’ को साथ लेकर जाने और रुकने के लिए इस्तेमाल करता था।
सच सामने आया: 50 से अधिक महिलाएं बनीं शिकार
जब मुबारक को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई, तो वह टूट गया। उसने कबूल किया कि उसने 50 से अधिक महिलाओं और युवतियों का यौन शोषण तंत्र-मंत्र, झाड़-फूंक और बिस्तर पूजा के नाम पर किया है। उसका तरीका बेहद शातिर था – पहले डर दिखाना, फिर तसल्ली और फिर भावनात्मक और शारीरिक नियंत्रण।