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CM डॉ. मोहन यादव ने घायल जवानों से की मुलाकात, कहा – जवानों के साथ चट्टान की तरह खड़ी है सरकार
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मॉकड्रिल के दौरान हुए हादसे में घायल जवानों का हाल जानने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गुरुवार को अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने चिकित्सकों को जवानों के समुचित इलाज के निर्देश दिए और पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। सीएम के साथ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि मॉकड्रिल जैसी पूर्व नियोजित प्रक्रिया में इस तरह का हादसा हुआ। एक जवान की आंख में गंभीर चोट आई है, जिसे लेकर जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि घटना में यदि किसी की लापरवाही सामने आती है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा – “जवानों के साथ सरकार पूरी मजबूती से खड़ी है।”
कांग्रेस पर तीखा हमला, न्यायालय का सम्मान जरूरी: CM
इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कांग्रेस द्वारा राजभवन के बाहर किए जा रहे धरने पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जानती है कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है, फिर भी वह नाटक कर रही है। उन्होंने कहा – “न्यायपालिका से ऊपर कुछ नहीं है, लेकिन कांग्रेस हमेशा जब भी मौका मिलता है, न्यायालय की अवहेलना करने से नहीं चूकती।”
मुख्यमंत्री ने इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा इंदिरा गांधी के खिलाफ दिए गए फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि “तब इंदिरा गांधी ने कोर्ट के आदेश के विरोध में देश में आपातकाल लागू कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक पर जो निर्णय दिया, उसे भी कांग्रेस ने पलटने की कोशिश की थी।”
सिद्धारमैया और केजरीवाल के मामलों का भी जिक्र
सीएम डॉ. यादव ने आगे कहा कि कांग्रेस के दोहरे मापदंड अब उजागर हो चुके हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि “जब सिद्धारमैया के खिलाफ न्यायालय ने आदेश दिया था तो क्या उन्हें हटाया गया? केजरीवाल जेल में रहते हुए मुख्यमंत्री बने रहे, तब कांग्रेस ने क्यों नहीं इस्तीफा मांगा?”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली सरकार न्यायालय के हर आदेश का सम्मान करती है। राम मंदिर का निर्माण और ट्रिपल तलाक पर कानून उसी न्यायिक मार्गदर्शन का परिणाम है। अंत में उन्होंने दोहराया कि सरकार न्यायपालिका के हर निर्णय के साथ खड़ी है, और उसका पालन करना उसका कर्तव्य है।