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"सिंहस्थ-2028 को यादगार बनाना है": CM डॉ. मोहन यादव बोले - उज्जैन विश्व को दिखाएगा नई दिशा
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में आगामी सिंहस्थ 2028 को विश्व का सबसे भव्य और व्यवस्थित मेला बनाने का संकल्प दोहराया है।
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि उज्जैन की सांस्कृतिक, वैज्ञानिक और आध्यात्मिक पहचान को वैश्विक मंच पर स्थापित करने का अवसर है।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को समत्व भवन में उज्जैन नगर निगम के महापौर, सभापति और जनप्रतिनिधियों से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को उज्जैन को मिले ‘सर्वश्रेष्ठ स्वच्छता अवॉर्ड’ की जानकारी दी और ट्रॉफी भेंट की।
“बदलते दौर का उज्जैन विश्व को देगा नई दिशा”
डॉ. यादव ने कहा कि उज्जैन अब केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि आधुनिक भारत की प्रेरणास्रोत नगरी बन रही है। साइंस सिटी से लेकर खगोल विज्ञान केंद्र तक, उज्जैन ज्ञान, आस्था और विकास का संगम बन चुका है। उन्होंने कहा कि इंदौर-उज्जैन को मेट्रोपॉलिटन रीजन के रूप में विकसित किया जा रहा है, जो मध्यप्रदेश की शहरी योजना में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।
सिंहस्थ को लेकर की भावुक अपील
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंहस्थ 2028 केवल एक मेला नहीं, बल्कि हिंदू संस्कृति की जीवंत प्रदर्शनी होगी। “हमें इसे न केवल व्यवस्थित बल्कि तकनीकी रूप से अद्वितीय बनाना है, ताकि दुनिया इसे आध्यात्मिक और प्रशासनिक प्रबंधन का मॉडल माने,” उन्होंने कहा।
स्वच्छता में चमका उज्जैन
17 जुलाई को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित पुरस्कार समारोह में उज्जैन को 3 से 10 लाख की आबादी वर्ग में सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ शहर घोषित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उज्जैन की प्रशंसा करते हुए कहा कि “यह नगर आस्था, स्वच्छता और संस्कृति का आदर्श उदाहरण है।”
महापौर मुकेश टटवाल ने इस अवसर पर बताया कि यह पुरस्कार उज्जैन के प्रत्येक सफाई मित्र, अधिकारी और नागरिक की मेहनत का फल है।
संस्कृति से तकनीक तक होगा विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन में वीर भारत संग्रहालय की स्थापना कोठी पैलेस में की जा रही है, जो देश के महान पुरुषों और स्वतंत्रता सेनानियों की गाथा को संजोकर नई पीढ़ी को प्रेरित करेगा।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि जल्द ही उज्जैन में आकाशवाणी केंद्र की स्थापना होगी। साथ ही रायसेन में रेल कोच फैक्ट्री का शिलान्यास रक्षा मंत्री की मौजूदगी में होगा।