- Hindi News
- राज्य
- मध्य प्रदेश
- इंदौर के पब में डीजे पर हिंदू मंत्र बजने से बवाल: हिंदू संगठनों ने किया हंगामा
इंदौर के पब में डीजे पर हिंदू मंत्र बजने से बवाल: हिंदू संगठनों ने किया हंगामा
Indore, MP
.jpg)
शहर के एक पब में शुक्रवार रात उस समय तनावपूर्ण स्थिति बन गई जब डीजे पर हिंदू धार्मिक मंत्रों को मिक्स कर गानों के रूप में बजाया गया। इससे नाराज हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिस को हस्तक्षेप कर मामला शांत कराना पड़ा। हालांकि, अब तक किसी भी पक्ष से पुलिस को कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है।
डीजे शो के दौरान शिव तांडव और रामधुन पर आपत्ति
घटना लसूडिया थाना क्षेत्र स्थित स्काई कॉर्पोरेट पार्क के MARQ पब की है, जहां डीजे कलाकार MA Faiza का शो आयोजित किया गया था। आरोप है कि शो के दौरान शिव तांडव स्तोत्र और रामधुन जैसे धार्मिक मंत्रों को डीजे बीट्स में चलाया गया, जिसे लेकर बजरंग दल सहित अन्य हिंदू संगठनों ने विरोध दर्ज कराया।
हिंदू संगठनों का कहना है कि इसी डीजे द्वारा पूर्व में भी धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला प्रदर्शन किया गया था, जिसके बाद पब संचालकों को पहले ही चेतावनी दी जा चुकी थी। बावजूद इसके, फिर से वही डीजे बुलाया गया और धार्मिक मंत्रों को नृत्य संगीत में प्रस्तुत किया गया।
नारेबाजी और मारपीट, बोतल फेंकने का आरोप
हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पब के बाहर जमकर नारेबाजी की और शो बंद कराने की मांग की। बजरंग दल के पदाधिकारियों का आरोप है कि शो बंद कराने के दौरान पब में मौजूद बाउंसरों ने उन पर बोतलें फेंकी, जिससे एक कार्यकर्ता को चोट भी आई। कुछ मीडिया रिपोर्टों में पब के बाहर मारपीट की भी बात सामने आई है, हालांकि संगठन ने कहा कि वह अन्य लोगों के बीच का विवाद था, उनका उससे कोई लेना-देना नहीं।
पुलिस मौके पर, जांच जारी
घटना की सूचना पर लसूडिया टीआई तारेश सोनी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर कोई बड़ी तोड़फोड़ या गंभीर हिंसा नहीं हुई है। हालांकि, यदि किसी भी पक्ष से लिखित शिकायत मिलती है तो विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ पर उठे सवाल
यह मामला एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि धार्मिक प्रतीकों और मंत्रों का सार्वजनिक मनोरंजन के रूप में उपयोग कहां तक उचित है। हिंदू संगठनों का कहना है कि ऐसे आयोजनों पर निगरानी और नियंत्रण आवश्यक है, जिससे समाज में धार्मिक सौहार्द बना रहे।