- Hindi News
- राज्य
- मध्य प्रदेश
- फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड: 12वीं फेल युवक बना 'CBI अफसर' और 'कैबिनेट मंत्री', मेट्रिमोनियल साइट्स से...
फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड: 12वीं फेल युवक बना 'CBI अफसर' और 'कैबिनेट मंत्री', मेट्रिमोनियल साइट्स से नंबर निकालकर की लाखों की ठगी
Gwalior, MP
.jpg)
एक 12वीं फेल युवक ने सरकारी तंत्र, समाज और सुरक्षा एजेंसियों को हैरान कर दिया है। खुद को कभी केंद्रीय मंत्री का भतीजा, कभी सीबीआई अधिकारी और कभी कैबिनेट मंत्री बताने वाले इस युवक ने मेट्रिमोनियल साइट्स से लड़कियों के नंबर निकालकर पहले उनके घरवालों से रिश्ता जोड़ा और फिर लाखों रुपये की ठगी की।
आरोपी की पहचान मनोज श्रीवास उर्फ मोहित सिंह शेखावत के रूप में हुई है, जिसे ग्वालियर पुलिस ने हाल ही में एक मॉल से गिरफ्तार किया। आरोपी लग्जरी कार में हूटर और फर्जी नेम प्लेट लगाकर खुद को रसूखदार अफसर बताता था।
फर्जी कार्ड, फर्जी आदेश, और सड़कों पर लगाए पोस्टर
आश्चर्यजनक बात यह है कि आरोपी ने सितंबर 2024 में भिंड जिले के गोहद में खुद के नाम से कैबिनेट मंत्री बनने के फर्जी पोस्टर भी लगवा दिए थे। पोस्टरों में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की तस्वीरें भी थी।
इसके अलावा, आईएएस शैलबाला मार्टिन के नाम से एक फर्जी आदेश भी सोशल मीडिया पर वायरल किया गया, जिसमें मनोज को 'मध्यप्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग एवं दिव्यांगजन वित्त और विकास निगम' में मंत्री दर्जा मिलने का उल्लेख था।
इंटरनेट बना शिक्षक, क्राइम सीरियल बना प्रेरणा
मनोज ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह सिर्फ 12वीं पास है और उसके बाद उसने इंटरनेट के जरिए ठगी के तरीके सीखे। वह यूट्यूब पर क्राइम शोज़ देखता और सरकारी दस्तावेजों के प्रारूप खोजकर फर्जी आईडी कार्ड तैयार करता था।
मेट्रिमोनियल साइट से जाल बुनना शुरू
मनोज मेट्रिमोनियल वेबसाइट्स से लड़कियों के नंबर निकालता और उनके परिवार से संपर्क करता। फिर खुद को मंत्रालयों से जुड़ा अफसर बताकर उनका भरोसा जीतता। लग्जरी कार और अफसरों जैसा हावभाव लोगों को भ्रमित कर देता था।
ठगी का नेटवर्क राज्य से बाहर भी फैला
ग्वालियर में गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश के आगरा से भी एक परिवार सामने आया, जिसने बताया कि मनोज ने वहां भी सीबीआई अफसर बनकर शादी का प्रस्ताव रखा था और 4 लाख रुपये ठग लिए थे।
कार्रवाई जारी, कई मामले और खुलने की संभावना
मनोज को 3 दिन की रिमांड पर लिया गया है। पुलिस को उसकी कार और ठिकानों से फर्जी नेम प्लेट, फर्जी आईडी कार्ड, और अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। माना जा रहा है कि इस ठगी नेटवर्क में और भी नाम सामने आ सकते हैं।