- Hindi News
- लाइफ स्टाइल
- माणिक की तरह लाल रंग की इस लकड़ी का पानी पीजिए, पेट और लिवर दोनों का हो जाएगा शुद्धिकरण, शरीर पर जाद...
माणिक की तरह लाल रंग की इस लकड़ी का पानी पीजिए, पेट और लिवर दोनों का हो जाएगा शुद्धिकरण, शरीर पर जादू की तरह असर
Health News

यह लकड़ी देखने में माणिक के समान लाल रंग की होती है और पानी में घुलनशील है. इसका पानी पीने से पेट और लिवर इस तरह शुद्ध हो जाएगा कि आपका चेहरा गुलाब की पंखुड़ियों की तरह खिल उठेगा.
आपको जानकर हैरानी होगी कि भारतीय आयुर्वेद में मामूली चीजों से भी असाध्य बीमारियों को ठीक करने की तरकीब बताई गई है. विजयसार एक साधारण पेड़ है जो पश्चिम और दक्षिण भारत में बहुतायात में पाया जाता है. इसकी लकड़ी को काटने पर यह देखने में माणिक के समान लाल रंग का हो जाता है. इसकी लकड़ी को छोटे-छोटे टुकड़े में काटकर औषधीय इस्तेमाल में लाया जाता है. आमतौर पर इस लकड़ी को पानी में रात भर छोड़ दिया जाता है और सुबह इसके पानी को पी लिया जाता है. यकीन मानिए इस लकड़ी के पानी को कुछ दिन पीने से आपका पूरा चेहरा गुलाब की पंखुड़ियों की तरह खिल जाएगा. इसके कारण है. विजयसार की लकड़ी का पानी पीने से लिवर और पेट एकदम शुद्ध हो जाएगा जिसके कारण आपकी कई समस्याएं दूर हो सकती है.
पेट की सारी समस्याओं का अंत
टीओआई की खबर के मुताबिक विजयसार की लकड़ी का पानी कुछ दिनों तक नियमित रूप से पीने से पेट से संबंधित गैस, ब्लोटिंग, कब्ज, डायरिया जैसी समस्यओं का अंत हो सकता है. दरअसल, अगर आपका पेट साफ नहीं है तो आपका मन भी ठीक नहीं रहेगा और पेट साफ होगा तो चेहरा भी खिला-खिला होगा. विजयसार की लकड़ी में कोशिकाओं को हील करने की शक्ति होती है. इसलिए आंत की कोशिकाओं में अगर डैमेज होता है तो उसे यह तुरंत ठीक कर देता है. इससे आंत रिलेक्स फील करता है और साफ रहता है. विजयसार के पानी से पेट बहुत रिलेक्स महसूस करता है और कोई तनाव या दबाव महसूस नहीं होता. विजयसार का पानी एंटी-इंफ्लामेटरी भी होता है जिसके कारण किसी भी तरह से पेट में घाव होता है तो उसे दबा देता है. विजयसार का पानी हर तरह से पेट को राहत पहुंचा कर उसे शुद्ध करता है.
लिवर की समस्याओं का समाधान
विजयसार का पानी पीने से लिवर भी शुद्ध हो जाता है. इसलिए इसे लिवर डिटॉक्स का बेहतरीन पेय पदार्थ माना जाता है. विजयसार का पानी लिवर में हर तरह के डैमेज से रक्षा करता है. विजयसार की लकड़ी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो लिवर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और फ्री रेडिकल्स के हमलों के खिलाफ शिल्ड बन जाते है. अगर लिवर में कोई दबाव नहीं होता है यह शुद्ध चीजें बनाने लगती है. अगर लिवर सही हो तो अधिकांश बीमारियां आपको नहीं होगी और शरीर में एनर्जी की कमी भी नहीं होती.
बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता
चूंकि विजयसार का पानी लिवर को शुद्ध करता है इसलिए यह लिवर फंक्शन को बढ़ा देता है. यही कारण है लिवर से गुड कोलेस्ट्रॉल ज्यादा बनने लगता है और बैड कोलेस्ट्रॉल कम बनता है. इन सब वजहों से यदि आप विजयसार का पानी पिएंगे तो हार्ट संबंधी दिक्कतें कम होंगी. नेचुरल तरीके से लिपिड प्राफाइल ठीक रहेगा.
शुगर पर लगाम
विजयसार का पानी पीने से शुगर लेवल भी कंट्रोल रहता है. विजयसार की लकड़ी में फ्लेवेनोएड और टेनिन नाम का कंपाउड होता है जिनमें एंटी-डायबेटिक गुण होता है. विजयसार का पानी पीने से इंसुलिन सेंसेटिविटी बढ़ती है जिससे ग्लूकोज लेवल मैनेज रहता है. इससे कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है.
विजयसार का कैसे करें सेवन
विजयसार का पानी बनाना बहुत आसान है. आप आयुर्वेदिक दुकानों से विजयसार की लकड़ी के टुकड़ों को खरीद लाएं. आजकल ऑनलाइन भी यह मिलने लगा है. इस रात में एक बर्तन में पानी में भिगो दीजिए जब पानी का रंग ब्राउन हो जाए तो इसे छान लीजिए. सुबह में इसे खाली पेट सेवन कीजिए. हालांकि ज्यादा दिनों तक और ज्यादा मात्रा में विजयसार के पानी के सेवन की सलाह नहीं दी जाती है, इसलिए पहले आयुर्वेदिक डॉक्टर से एक बार सलाह लेने के बाद ही इसका सेवन करें.