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कारोबार में घाटा? देवशयनी एकादशी पर जरूर करें ये शुभ उपाय
Dharm desk

हरिशयनी या देवशयनी एकादशी हिन्दू पंचांग के अनुसार आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। इस वर्ष यह पावन तिथि 6 जुलाई 2025, शनिवार को पड़ रही है।
धार्मिक मान्यता है कि इस दिन से भगवान विष्णु क्षीर सागर में योगनिद्रा में चले जाते हैं और अगले चार माह तक कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता। लेकिन कुछ विशेष उपाय इस दिन करने से व्यक्ति के जीवन की कई कठिनाइयां दूर हो सकती हैं — खासतौर पर आर्थिक परेशानी, बिजनेस घाटा और करियर रुकावटें।
बिजनेस में लाभ के लिए
अगर लंबे समय से कारोबार में घाटा हो रहा है, तो देवशयनी एकादशी के दिन सुबह स्नान के बाद भगवान विष्णु के सामने घी का दीपक जलाएं और बेसन के लड्डुओं का भोग लगाएं। इसके बाद वह लड्डू सभी को प्रसाद के रूप में बांटें। मान्यता है कि इससे रुका हुआ व्यापार दोबारा चलने लगता है और लाभ का मार्ग प्रशस्त होता है।
आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए
घर की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है? इस दिन पीले कपड़े पहनें और विष्णु भगवान को गोले-मिश्री का भोग लगाएं। शास्त्रों में बताया गया है कि पीले रंग और मीठे भोग से श्रीहरि अत्यंत प्रसन्न होते हैं और धनवृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
करियर में सफलता के लिए
नौकरी में तरक्की या करियर ग्रोथ की इच्छा रखने वाले व्यक्ति इस दिन भगवान विष्णु को माखन-मिश्री का भोग अर्पित करें। फिर "ॐ नमो भगवते नारायणाय" मंत्र का 108 बार जाप करें। ऐसा नियमित रूप से हर एकादशी पर करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और व्यावसायिक जीवन में स्थायित्व आता है।
घर की दरिद्रता मिटाने के लिए
यदि घर में लगातार आर्थिक तंगी बनी हुई है, तो देवशयनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु या शालिग्राम शिला का पंचामृत से अभिषेक करें। इसके बाद उन्हें चंदन, तुलसी दल और पीले पुष्प अर्पित करें। धार्मिक ग्रंथों में वर्णन है कि इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और लक्ष्मी कृपा बनी रहती है।