- Hindi News
- टॉप न्यूज़
- नीरव मोदी का भाई निहाल अमेरिका में गिरफ्तार: 13,600 करोड़ PNB घोटाले में ED-CBI को थी तलाश
नीरव मोदी का भाई निहाल अमेरिका में गिरफ्तार: 13,600 करोड़ PNB घोटाले में ED-CBI को थी तलाश
Jagran Desk
.jpg)
पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी के भाई निहाल मोदी को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी 4 जुलाई को अमेरिका के होनोलूलू में हुई।
ED और CBI की लंबे समय से चल रही जांच के बाद भारत ने अमेरिका से प्रत्यर्पण का अनुरोध किया था, जिसके आधार पर अमेरिकी एजेंसियों ने निहाल को हिरासत में लिया।
17 जुलाई को होगी जमानत पर सुनवाई
अमेरिकी न्याय विभाग ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि निहाल मोदी की जमानत याचिका पर सुनवाई 17 जुलाई को नेशनल डिस्ट्रिक्ट ऑफ होनोलूलू (NDOH) में होगी। भारत की ओर से भेजे गए सबूतों के आधार पर प्रत्यर्पण की प्रक्रिया भी प्रारंभ की जा चुकी है।
क्या है निहाल मोदी पर आरोप?
निहाल मोदी पर मनी लॉन्ड्रिंग और आपराधिक साजिश के दो गंभीर आरोप हैं।
जांच में सामने आया है कि:
-
निहाल ने नीरव मोदी की फर्जी कंपनियों को संचालित करने में अहम भूमिका निभाई।
-
इन कंपनियों के जरिए करीब 50 मिलियन डॉलर (लगभग 350 करोड़ रुपए) का पैसा इधर-उधर किया गया।
-
वह अमेरिका में LLD डायमंड्स नाम की कंपनी के जरिये धोखाधड़ी के मामलों में भी फंसे हुए हैं।
PNB घोटाले में क्या भूमिका थी?
2018 में सामने आए इस घोटाले में नीरव मोदी और मेहुल चोकसी ने पंजाब नेशनल बैंक के कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) के ज़रिए 13,600 करोड़ रुपए की हेराफेरी की थी।
निहाल पर आरोप है कि उन्होंने इस घोटाले को संपत्ति और कंपनियों के ट्रांसफर, हवाला नेटवर्क और अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग के जरिए छुपाने में सहयोग दिया।
क्या निहाल मोदी भारत लाए जा सकेंगे?
भारत सरकार ने अमेरिका को प्रत्यर्पण अनुरोध भेजा है।
अगर अमेरिकी अदालत निहाल की जमानत खारिज करती है और प्रत्यर्पण को मंजूरी देती है, तो उन्हें जल्द ही भारत लाया जा सकता है।
हालांकि यह प्रक्रिया कुछ समय ले सकती है, क्योंकि:
-
निहाल मोदी के वकील कोर्ट में राजनीतिक प्रतिशोध और भारत में निष्पक्ष सुनवाई न मिलने की दलील दे सकते हैं।
-
इससे पहले नीरव मोदी को 2019 में लंदन में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उन्होंने राजनीतिक शरण की मांग कर दी, जिससे उनका प्रत्यर्पण अब तक नहीं हो सका है।
फिर भी, भारत और अमेरिका के बीच प्रत्यर्पण संधि मजबूत है, जिससे निहाल मोदी का भारत आना संभव माना जा रहा है।