- Hindi News
- राज्य
- मध्य प्रदेश
- भोपाल में हरियाली तीज का उल्लास: लोधी लोधा समाज की महिलाओं ने रचाया सांस्कृतिक रंग
भोपाल में हरियाली तीज का उल्लास: लोधी लोधा समाज की महिलाओं ने रचाया सांस्कृतिक रंग
BHOPAL, MP

परंपरा जब आधुनिकता से जुड़ती है, तो समाज के भीतर एक नई ऊर्जा का संचार होता है। कुछ ऐसा ही दृश्य राजधानी भोपाल में उस समय नजर आया जब अखिल भारतीय लोधी लोधा लोध क्षत्रिय महासभा की महिला इकाई द्वारा हरियाली तीज महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया।
भोपाल के एमपी नगर स्थित श्रीवाटिका होटल का प्रांगण सांस्कृतिक रंगों से सराबोर हो गया — जहां एक ओर लोकगीतों की मधुर धुनें गूंज रही थीं, वहीं दूसरी ओर समाज की सशक्त महिलाएं पारंपरिक परिधानों में तीज के उत्सव को जीवंत कर रही थीं।
यह आयोजन सिर्फ पर्व का उत्सव नहीं था, बल्कि समाज में नारी शक्ति की भागीदारी, संस्कृति के प्रति जागरूकता और सामुदायिक एकजुटता का प्रतीक बनकर उभरा।
महत्वपूर्ण अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति
हरियाली तीज उत्सव की विशेषता रही समाज और शासन दोनों से जुड़ी महिलाओं की सक्रिय सहभागिता। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं भोपाल की महापौर मालती राय, जिनकी सादगी और सक्रियता ने उपस्थित महिलाओं को प्रेरित किया। उनके साथ मंच पर मौजूद रहीं मध्यप्रदेश शासन की राज्य मंत्री अंजली धर्मेंद्र लोधी, पार्षद सकुन राजू लोधी, और विश्वविख्यात कत्थक नृत्यांगना वी अनुराधा — जिन्होंने भारतीय नारी की गरिमा और सृजनात्मकता का प्रभावशाली प्रतिनिधित्व किया।
कार्यक्रम की भव्य शुरुआत: पौधारोपण से लेकर लोक रंगों तक
कार्यक्रम की शुरुआत समाज की गौरवमयी क्रांतिकारी माँ अवंतीबाई लोधी की स्मृति में पौधारोपण के साथ की गई, जो पर्यावरण चेतना और सामाजिक प्रतिबद्धता का संदेश देता है। इसके पश्चात दीप प्रज्वलन, गणेश वंदना और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला ने पूरे माहौल को लोक सौंदर्य से भर दिया।
महिलाओं और युवतियों ने मिलकर लोकगीत, नृत्य, पारंपरिक रचनाएं और प्रतियोगिताएं प्रस्तुत कीं। विशेष रूप से बच्चों और युवतियों की प्रस्तुतियों ने यह साबित कर दिया कि आज की पीढ़ी भी अपनी जड़ों से जुड़ना चाहती है, अगर उन्हें सही मंच और दिशा मिले।
शक्ति और संगठन का परिचायक: महिला नेतृत्व की भूमिका
यह आयोजन केवल मनोरंजन या परंपरा निर्वाह भर नहीं था, बल्कि इसमें महिलाओं के नेतृत्व और संगठन की सशक्त छवि देखने को मिली। कार्यक्रम का कुशल नेतृत्व और संयोजन किया महासभा की कार्यकारी महिला प्रदेश अध्यक्ष कमलेश हरिसिंह वर्मा ने, जो कई वर्षों से इस आयोजन को एक सामाजिक आंदोलन की तरह आगे बढ़ा रही हैं।
कार्यक्रम का संचालन भी बेहद प्रभावशाली रहा, जिसे अखिल भारतीय अधिकारी कर्मचारी संघ (आलोक संघ) की महिला प्रदेश अध्यक्ष कामिनी डॉ. दिलीप सिंह राजपूत ने पूरी दक्षता और गरिमा के साथ संभाला।
सक्रिय सहभागिता: समाज की हर महिला बनी आयोजक और प्रतिनिधि
इस भव्य आयोजन में समाज की अनेक सक्रिय महिलाओं की उपस्थिति और भागीदारी उल्लेखनीय रही। प्रमुख रूप से उपस्थित रहीं: शिवानी सिंह, ममता चौधरी, मधु वर्मा, यशोदा वर्मा, शशि सिंह, शिल्पा लोधा, आरती पटेल, संगीता राजपूत, उर्मिला भदौरिया, प्रियंका राजपूत, सुशीला लोधी, दीपा लोधी, रेणु लिल्हारे, पूर्णिमा नगपुरे, माधुरी, उज्ज्वला पड़रिया, सीमा, मीना राजपूत, भारती लोधी, गीता ठाकुर, साधना नरवरिया, विभूति राजपूत सहित अनेक समाजसेवी बहनें। हर किसी की उपस्थिति और उत्साह ने आयोजन को भव्यता के साथ-साथ आत्मीयता भी प्रदान की।
हरियाली तीज: केवल पर्व नहीं, स्त्री अस्मिता का उत्सव
हरियाली तीज भारतीय नारी के सौंदर्य, श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक पर्व है, जो एक ओर प्रकृति के सौंदर्य से जुड़ा है और दूसरी ओर वैवाहिक जीवन की सुख-शांति की प्रार्थना से। इस उत्सव ने लोधी लोधा समाज की महिलाओं के माध्यम से यह संदेश दिया कि नारी केवल संस्कृति की वाहक ही नहीं, बल्कि उसके नवाचार और नेतृत्व की धुरी भी है।
भोपाल में आयोजित यह हरियाली तीज महोत्सव केवल एक सामाजिक उत्सव नहीं था, यह भारतीय नारीत्व की शक्ति, संगठन की एकता और समाज में सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण की मिसाल बन गया। ऐसी पहलें न केवल परंपरा को जीवंत रखती हैं, बल्कि नई पीढ़ी के लिए एक आदर्श मार्ग भी प्रशस्त करती हैं।
...................................................................................................................................
वाहट्सएप्प चैनल से जुड़ने के लिए लिंक पर
क्लिक करके फॉलो कीजिये,
या फिर QR कोड स्कैन कर जुड़िये।।
https://whatsapp.com/channel/0029VbATlF0KQuJB6tvUrN3V