- Hindi News
- राज्य
- मध्य प्रदेश
- सेंट्रल जेल में रची साजिश, बाहर आकर रचा फर्जी गोलीकांड: ग्वालियर में गैंगस्टर की प्लानिंग तीन सबूतों...
सेंट्रल जेल में रची साजिश, बाहर आकर रचा फर्जी गोलीकांड: ग्वालियर में गैंगस्टर की प्लानिंग तीन सबूतों के आगे ध्वस्त
Gwalior, MP

ग्वालियर में एक और फर्जी गोलीकांड का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसकी पटकथा सेंट्रल जेल के भीतर ही लिखी गई थी।
हत्या के प्रयास में जेल में बंद गैंगस्टर सचिन फागुना ने जमानत पर छूटते ही अपने पुराने दुश्मनों को फंसाने के लिए एक फर्जी हमले की योजना रची और उसे अंजाम भी दिया, लेकिन पुलिस की सूझबूझ और तीन अहम सबूतों ने उसकी पूरी साजिश को बेनकाब कर दिया।
मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल्स से खुला राज
पुलिस को 26 जून की रात उटीला थाना क्षेत्र में एक युवक बृजेश परिहार को गोली मारने की सूचना मिली। गंभीर घायल दिखाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन जांच में पता चला कि घायल, गवाह और आरोपी – तीनों एक ही साजिश में शामिल थे।
मोबाइल लोकेशन और कॉल रिकॉर्ड के मुताबिक, घटना के समय बृजेश और मनोज गुर्जर की लोकेशन सचिन फागुना के पास ही पाई गई। साथ ही मेडिकल रिपोर्ट में भी गोली लगने की बात संदिग्ध लगी। इन सबके बाद पुलिस ने खुद को पीड़ित बता रहे बृजेश और उसके साथी मनोज को आरोपी बना लिया।
जेल में तैयार हुई पटकथा, बाहर आकर किया फर्जी हमला
पूछताछ में खुलासा हुआ कि सचिन फागुना ने जेल में रहते हुए ही दीपू जाटव, करुआ जाटव, विनोद और लखन को फंसाने की योजना बना ली थी। जमानत पर छूटने के सात दिन के भीतर उसने इस योजना को अंजाम दिया। खुद बृजेश को गोली मारी, फिर उसी के मोबाइल से डायल-100 पर कॉल कर झूठा केस दर्ज कराया गया।
पुलिस कर रही जमानत रद्द कराने की तैयारी
फिलहाल सचिन फागुना फरार है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी की कोशिश में लगी है। साथ ही उसकी जमानत निरस्त कराने की कानूनी प्रक्रिया भी शुरू की गई है। पुलिस का कहना है कि यदि समय रहते जांच नहीं होती, तो कई निर्दोष लोग झूठे केस में फंस जाते।