- Hindi News
- राज्य
- मध्य प्रदेश
- जबलपुर में नकली नोट छापने की फैक्ट्री का पर्दाफाश: किराए के मकान में चलता था गोरखधंधा, 18 लाख के जाल...
जबलपुर में नकली नोट छापने की फैक्ट्री का पर्दाफाश: किराए के मकान में चलता था गोरखधंधा, 18 लाख के जाली नोट जब्त
Jabalpur, MP
.jpg)
मध्यप्रदेश के जबलपुर से एक बड़े नकली नोट गिरोह का खुलासा हुआ है, जो राज्यभर में जाली नोटों का नेटवर्क फैला रहा था। पुलिस ने इस रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए करीब 18 लाख रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं और अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, एक आरोपी अभी भी फरार है।
किराए के मकान में चलता था नकली नोटों का अड्डा
मुख्य आरोपी ऋतुराज विश्वकर्मा किराए के मकान में बैठकर नकली नोटों की छपाई कर रहा था। पुलिस ने छापेमारी कर उसके घर से कलर प्रिंटर, लैपटॉप, कटर और व्हाइट A4 पेपर सहित 1.94 लाख के जाली नोट बरामद किए। यह गिरोह 500-500 रुपये के नोटों की हूबहू कॉपी बनाकर उन्हें बाजार में चलाने की फिराक में था।
मुखबिर की सूचना से हुआ खुलासा
हनुमानताल पुलिस को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति नकली नोट चला रहा है। इसी आधार पर रवि दाहिया (55) को मदार टेकरी के पास से पकड़ा गया। उसके पास से 2.94 लाख रुपये के नकली नोट बरामद हुए। पूछताछ में उसने बताया कि ये नोट ऋतुराज ने उसे दिए थे, जिसकी एवज में उसे असली 30 हजार रुपये देने थे।
3 लाख के बदले 12 लाख के नकली नोट
गिरफ्तार आरोपी ने खुलासा किया कि ऋतुराज 3 लाख असली नोट के बदले 12 लाख नकली नोट देता था। उसने मंडला निवासी संतोष श्रीवास्तव और अजय नवेरिया को 12 लाख के नकली नोट दिए थे। पुलिस ने अजय के पास से 10 लाख और शहपुरा निवासी जमना प्रसाद पटेल के पास से 3 लाख के जाली नोट बरामद किए।
कम शिक्षित इलाकों को बनाया निशाना
गिरोह ने नकली नोटों को चलाने के लिए ग्रामीण और आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों को निशाना बनाया, जहां नकली नोट पहचानना आम लोगों के लिए कठिन होता है। पुलिस का कहना है कि गिरोह का मकसद पूरे मध्यप्रदेश में नेटवर्क फैलाना था।
दिन में नौकरी, रात में नकली नोटों की छपाई
ऋतुराज दिन में प्राइवेट नौकरी के बहाने घर से निकलता और रात में छिपकर नकली नोट तैयार करता था। वह नोटों की हूबहू डिजाइन बनाकर, प्रिंटर से दोनों ओर छपाई करता और फिर सिल्वर लाइन खींचकर असली जैसा दिखाने की कोशिश करता।
अब तक की बरामदगी और कार्रवाई
-
नकली नोट: ₹18 लाख
-
गिरफ्तार आरोपी: 7
-
मुख्य आरोपी: ऋतुराज विश्वकर्मा
-
फरार आरोपी: राकेश तिवारी
-
बरामद उपकरण: लैपटॉप, कलर प्रिंटर, पेपर, कटर
पुलिस अब फरार आरोपी की तलाश कर रही है और इस गिरोह से जुड़े अन्य नेटवर्क की भी जांच कर रही है। जबलपुर एसपी के अनुसार यह अब तक का सबसे बड़ा नकली नोट मामला हो सकता है।