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राहुल गांधी का मोदी पर वार: ट्रम्प की धमकियों के सामने मजबूर, अडाणी जांच की वजह से बंधे हैं हाथ
Jagran Desk
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच संबंधों को लेकर बड़ा बयान दिया है।
बुधवार को उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ट्रम्प की धमकियों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं, क्योंकि अडाणी समूह के खिलाफ अमेरिका में चल रही जांच से वे राजनीतिक रूप से दबाव में हैं।
राहुल ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार अडाणी और अंबानी जैसे उद्योगपतियों के इशारे पर चल रही है और अमेरिका की कार्रवाई के चलते मोदी की स्थिति कमजोर हो गई है।
अडाणी पर अमेरिकी जांच का जिक्र
राहुल गांधी ने अमेरिका में अडाणी समूह पर चल रही कथित धोखाधड़ी जांच का हवाला दिया, जिसमें कंपनी पर भारत में रिन्यूएबल प्रोजेक्ट्स को गलत तरीके से हासिल करने और सरकारी अफसरों को रिश्वत देने के आरोप हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इस वजह से ट्रम्प की धमकियों का खुलकर विरोध नहीं कर पा रही।
10 दिन में तीसरी बार ट्रम्प पर हमला
राहुल गांधी बीते 10 दिनों में तीन बार ट्रम्प और उनके भारत पर दिए गए बयानों को लेकर मोदी पर निशाना साध चुके हैं:
28 जुलाई: संसद में बोले – अगर पीएम में दम है तो कहें ट्रम्प झूठ बोल रहे हैं
1 जुलाई: बोले – ट्रम्प ने सही कहा, भारतीय अर्थव्यवस्था मर चुकी है
6 अगस्त: अब कहा – मोदी ट्रम्प की धमकियों से डरते हैं, वजह है अडाणी की जांच
भारत पर अमेरिकी टैरिफ की चेतावनी
ट्रम्प ने हाल ही में भारत पर 25% टैरिफ लगाने की बात कही है और आरोप लगाया है कि भारत, रूस से सस्ता तेल लेकर उसे खुले बाजार में बेच रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का यह कदम यूक्रेन युद्ध में रूस को अप्रत्यक्ष मदद पहुंचा रहा है।
ट्रम्प ने चेतावनी दी है कि भारत पर और भी ज्यादा आयात शुल्क लगाए जा सकते हैं।
रूस से बढ़ता तेल आयात
यूक्रेन युद्ध शुरू होने से पहले भारत रूस से केवल 0.2% कच्चा तेल आयात करता था। अब यह आंकड़ा 45% तक पहुंच गया है। 2025 की शुरुआत से लेकर अब तक भारत रोजाना औसतन 17.8 लाख बैरल तेल रूस से खरीद रहा है। पिछले दो वर्षों में भारत ने रूस से लगभग 130 अरब डॉलर का तेल खरीदा है।