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ISS जाने वाले पहले भारतीय बनेंगे शुभांशु शुक्ला, PM मोदी ने दी अंतरिक्ष मिशन की सफलता पर बधाई
Jagran Desk

भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण में, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरी है। यह मिशन न केवल भारत के लिए गौरव का विषय है, बल्कि भविष्य के स्पेस कार्यक्रमों की नींव भी रखता है।
इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभांशु को बधाई देते हुए कहा कि वे 1.4 अरब भारतीयों की उम्मीदों और आकांक्षाओं को साथ लेकर अंतरिक्ष जा रहे हैं।
PM मोदी ने किया सम्मान, बोले – भारतीयों का सपना लेकर अंतरिक्ष जा रहे हैं शुभांशु
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा, "हम भारत, अमेरिका, हंगरी और पोलैंड के अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर गए सफल मिशन का स्वागत करते हैं।" उन्होंने लिखा कि शुभांशु ISS की यात्रा पर जाने वाले पहले भारतीय बनने जा रहे हैं, और उनके इस मिशन में पूरा देश गर्व के साथ उनके पीछे खड़ा है।
एक्सिओम-4 मिशन: चार देशों के अंतरिक्ष यात्री एक साथ
एक्सिओम स्पेस द्वारा संचालित इस अंतरिक्ष मिशन में भारत के शुभांशु शुक्ला के साथ हंगरी के टिबोर कापू, पोलैंड के स्लावोज विज्निएव्स्की और NASA की वरिष्ठ अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन भी शामिल हैं। सभी यात्री अगले 14 दिन ISS में बिताएंगे, जहां वे माइक्रोग्रैविटी में वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे।
वैज्ञानिक प्रयोगों में भाग लेंगे शुभांशु, भारत के स्पेस स्टेशन ड्रीम की नींव
शुभांशु इस मिशन के दौरान माइक्रोग्रैविटी में जैविक, भौतिक और तकनीकी प्रयोग करेंगे। इन प्रयोगों का उद्देश्य भविष्य में भारत द्वारा स्थापित किए जाने वाले कमर्शियल स्पेस स्टेशन की संभावनाओं को मजबूती देना है।
'बेटे पर बहुत गर्व' – मां की आंखों में आंसू, दिल में खुशी
शुभांशु की मां ने मीडिया से बातचीत में कहा, "ये हमारे लिए नहीं, बल्कि स्कूल और देश के लिए गौरव का पल है। हमें डर नहीं, बल्कि गर्व है कि हमारा बेटा अंतरिक्ष की ऊंचाइयों तक पहुंचा है।"
भारत की नई उड़ान: लंबे समय बाद अंतरिक्ष में पहुंचा कोई भारतीय
इससे पहले भारत के राकेश शर्मा 1984 में अंतरिक्ष गए थे। अब चार दशक बाद, शुभांशु शुक्ला ने भारत की अंतरिक्ष यात्रा को फिर से गौरवपूर्ण ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।