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भारत में क्यों तेजी से बढ़ रहा है बिटकॉइन में निवेश? जानिए इसके पीछे की वजहें और भविष्य की संभावनाएं
Business news

भारत में एक बार फिर से क्रिप्टोकरेंसी, खासकर बिटकॉइन को लेकर निवेशकों में गहरी दिलचस्पी देखी जा रही है।
पिछले कुछ हफ्तों में बिटकॉइन की कीमतों में आए ऐतिहासिक उछाल ने देशभर में निवेश के इस नए माध्यम की ओर लोगों को आकर्षित किया है। बिटकॉइन की कीमत 1 करोड़ रुपये के आंकड़े के करीब पहुंचने से क्रिप्टो बाजार में हलचल तेज हो गई है। जानिए इस तेज़ी के पीछे की वजह, प्लेटफॉर्म्स की रिपोर्ट और भविष्य में इसके क्या संकेत हैं।
बिटकॉइन की कीमत में उछाल बना मुख्य कारण
पिछले कुछ दिनों में बिटकॉइन की कीमत में जो तेजी आई है, उसने बड़े और छोटे, दोनों तरह के निवेशकों का ध्यान खींचा है। CoinDCX, CoinSwitch, Mudrex और ZebPay जैसे प्रमुख भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म्स के अनुसार, पिछले 7 दिनों में ट्रेडिंग वॉल्यूम 1500 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
CoinDCX ने बताया कि जुलाई महीने में उनके प्लेटफॉर्म पर डेली ट्रेडिंग वॉल्यूम में 40% का इज़ाफा हुआ है, जो जून के 78 करोड़ रुपये के मुकाबले अब 110 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। वहीं, Mudrex और ZebPay ने भी बताया कि इस सप्ताह उनका ट्रेडिंग वॉल्यूम दोगुना हो गया, और ZebPay पर औसत साप्ताहिक वॉल्यूम में 75% की वृद्धि दर्ज की गई।
छोटे शहरों से भी बढ़ रही है भागीदारी
एक दिलचस्प ट्रेंड यह भी सामने आया है कि Tier-2 और Tier-3 शहरों से करीब 40% ट्रेडिंग वॉल्यूम आया है। यानी अब क्रिप्टो सिर्फ मेट्रो शहरों तक सीमित नहीं रहा। छोटे निवेशकों ने भी इस अवसर को पहचानते हुए अपने कदम क्रिप्टो में बढ़ाए हैं।
CoinDCX के को-फाउंडर मृदुल गुप्ता ने बताया कि 10 से 15 जुलाई के बीच बिटकॉइन की कीमत 1 करोड़ के करीब पहुंचने से निवेशकों की भागीदारी तेजी से बढ़ी। 15 जुलाई तक बिटकॉइन का कुल ट्रेडिंग वॉल्यूम 1.66 करोड़ रुपये तक पहुंच गया और रोजाना औसतन 11 लाख रुपये की ट्रेडिंग हुई, जो कि जून की तुलना में लगभग 80% अधिक है।
बड़ी कंपनियों की दिलचस्पी, बेहतर नियमों का असर
विशेषज्ञ मानते हैं कि क्रिप्टो बाजार में यह उछाल केवल कीमत की वजह से नहीं, बल्कि इसमें बड़ी टेक और फाइनेंस कंपनियों की भागीदारी, रेगुलेटरी वातावरण में सुधार और वैश्विक आर्थिक स्थिरता का भी असर है। ZebPay के अनुसार, बिटकॉइन और एथेरियम के अलावा Pengu और Bananas31 जैसे मीम टोकन्स में भी निवेशकों की रुचि बढ़ी है।
क्या 2025 तक बिटकॉइन ₹1.30 करोड़ छू सकता है?
Mudrex के सीईओ एडुल पटेल और अन्य विशेषज्ञों का मानना है कि अगर बाजार में स्थिरता बनी रही और कोई बड़ा झटका नहीं आया, तो बिटकॉइन 2025 के अंत तक ₹1.30 करोड़ तक पहुंच सकता है। हालांकि, मृदुल गुप्ता ने आगाह किया है कि कम लिक्विडिटी, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और डेरिवेटिव्स मार्केट में हाई लीवरेज के कारण शॉर्ट-टर्म में उतार-चढ़ाव की संभावना बनी हुई है।
निवेश से पहले समझदारी ज़रूरी
हालांकि क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के अवसर बढ़े हैं, लेकिन यह बाजार अभी भी काफी अस्थिर और जोखिम भरा है। एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि निवेश से पहले सही जानकारी लें, ट्रेंड्स को समझें और लॉन्ग-टर्म दृष्टिकोण से ही निवेश करें। छोटे निवेशक खासकर किसी भी “हाइप” में आकर तुरंत बड़ा दांव लगाने से बचें।
बिटकॉइन की तेजी ने भारत में क्रिप्टोकरेंसी को एक बार फिर चर्चा में ला दिया है। बड़ी कंपनियों से लेकर छोटे शहरों के युवा तक, सब इस डिजिटल मुद्रा की ओर बढ़ रहे हैं। लेकिन इसके साथ जिम्मेदार निवेश की समझ और सतर्कता भी जरूरी है, तभी ये डिजिटल क्रांति वाकई आर्थिक अवसर में बदल पाएगी।