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आज 6 जून 2025 का पंचांग: निर्जला एकादशी पर करें ये खास कार्य, मिलेगा धन और पुण्य लाभ
Dharm Desk

गायत्री जयंती और निर्जला एकादशी जैसे शुभ संयोगों से युक्त आज का दिन धार्मिक आस्था, आत्मसंयम और पुण्य अर्जन के लिए विशेष महत्व रखता है।
ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी की यह तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है, और उपवास रखने से सौभाग्य, स्वास्थ्य व धन की प्राप्ति संभव मानी गई है। साथ ही आज का दिन विवाह, उद्योग आरंभ और आध्यात्मिक कार्यों के लिए भी शुभ है।
6 जून 2025, शुक्रवार का पंचांग:
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📅 विक्रम संवत: 2081
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🌕 मास: ज्येष्ठ
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🌓 पक्ष: शुक्ल
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📆 तिथि: एकादशी
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🪔 वार: शुक्रवार
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🌌 नक्षत्र: हस्त
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🔗 योग: व्यतिपात
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🪙 करण: वणिज
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🌙 चंद्र राशि: कन्या
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☀️ सूर्य राशि: वृषभ
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🌅 सूर्योदय: 05:53 AM
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🌇 सूर्यास्त: 07:22 PM
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🌕 चंद्रोदय: 03:01 PM
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🌑 चंद्रास्त: 02:27 AM (7 जून)
आज क्यों खास है?
🔹 निर्जला एकादशी व्रत: यह एकादशी व्रतों में सबसे श्रेष्ठ मानी गई है। आज के दिन निर्जल रहकर व्रत रखने से सभी एकादशियों का पुण्य प्राप्त होता है।
🔹 गायत्री जयंती: मां गायत्री की पूजा, ध्यान और मंत्रजप से मानसिक बल और आत्मिक ऊर्जा में वृद्धि होती है।
🔹 विवाह व शुभ कार्यों के लिए अनुकूल तिथि: आज की एकादशी तिथि विवाह, मांगलिक कार्यों व दीर्घकालिक योजनाओं की शुरुआत के लिए शुभ है।
कौन से कार्यों के लिए दिन है शुभ?
हस्त नक्षत्र में आज चंद्रमा कन्या राशि में स्थित है। यह नक्षत्र विविध प्रकार के कार्यों के लिए शुभ माना गया है:
✅ उद्योग या व्यवसाय की शुरुआत
✅ शिक्षा या कोचिंग क्लास की शुरुआत
✅ चिकित्सा या उपचार से जुड़ी प्रक्रिया
✅ खेलकूद व मनोरंजन संबंधी कार्य
✅ मित्रों से भेंट, यात्राएं
✅ विलासिता की वस्तुओं की खरीदारी
आज के वर्जित समय (अशुभ मुहूर्त):
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🔴 राहुकाल: 10:56 AM से 12:38 PM
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🔴 यमगंड काल: 04:00 PM से 05:41 PM
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🕳️ गुलिक काल, वर्ज्यम् व दुमुहूर्त में भी शुभ कार्यों से बचाव करें।
आज के दिन व्रत, दान, संयम और जप-तप करने से मन, शरीर और धन—all three में संतुलन आता है। यदि आप उपवास नहीं कर पा रहे, तो फलाहार या जल-त्याग कर भी इस व्रत का लाभ पा सकते हैं।