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आज का पंचांग : श्रावण कृष्ण अष्टमी पर सर्वार्थ सिद्धि योग, लेकिन शुभ कार्यों से बनाएं दूरी
Dharam Desk

आज शुक्रवार, 18 जुलाई 2025 को श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है।
यह तिथि काल भैरव को समर्पित मानी जाती है, जिन्हें समय और काल नियंत्रण के देवता कहा जाता है। हालांकि आज सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है, लेकिन ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस दिन कोई भी नया या शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।
18 जुलाई 2025 का पंचांग:
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विक्रम संवत: 2081
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माह: श्रावण
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पक्ष: कृष्ण पक्ष
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तिथि: अष्टमी (पूर्ण रात्रि तक)
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वार: शुक्रवार
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नक्षत्र: अश्विनी
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योग: सुकर्म
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करण: बलव
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चंद्र राशि: मेष
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सूर्य राशि: कर्क
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सूर्योदय: सुबह 06:03 बजे
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सूर्यास्त: शाम 07:27 बजे
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चंद्रोदय: रात 12:06 बजे (19 जुलाई)
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चंद्रास्त: दोपहर 12:54 बजे
राहुकाल व वर्जित समय:
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राहुकाल: 11:05 से 12:45 बजे तक
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यमगंड: 16:06 से 17:46 बजे तक
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शुभ कार्यों के लिए इन अवधियों से परहेज करें।
मेडिकल ट्रीटमेंट और शुभ कार्यों के लिए अनुचित दिन
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, अष्टमी तिथि पर विशेष रूप से चिकित्सा संबंधी कार्य, सर्जरी या किसी नए इलाज की शुरुआत से बचना चाहिए। यह तिथि मानसिक तनाव, असमंजस और जल्दबाजी से लिए गए निर्णयों को दर्शाती है।
अश्विनी नक्षत्र में क्या करें:
चंद्रमा आज मेष राशि में और अश्विनी नक्षत्र में संचार करेगा। यह नक्षत्र जुड़वा देवताओं अश्विनी कुमारों से जुड़ा है, जो देवताओं के वैद्य हैं। इस नक्षत्र में निम्न कार्य शुभ माने गए हैं:
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व्यापार की शुरुआत
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दवा लेना या खरीदना
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वाहन खरीदना या बेचना
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गहनों की खरीदारी
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अध्ययन या शिक्षण कार्य
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धार्मिक यात्राएं
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सजावट या कला से जुड़े कार्य
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शारीरिक व्यायाम या हेल्थ रूटीन की शुरुआत
भले ही आज सर्वार्थ सिद्धि योग बना हो, लेकिन काल भैरव की अष्टमी और राहुकाल जैसी नकारात्मक कालवधियों को देखते हुए आज के दिन विशेष सतर्कता रखनी चाहिए। शुभ कार्यों को टालना हितकारी रहेगा।
पंचांग आधारित यह जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। व्यक्तिगत निर्णय हेतु विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।