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पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को NSE की बड़ी मदद, देगा 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता
Business News

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए अब नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने बड़ा ऐलान किया है।
NSE ने इस दुखद घटना के पीड़ित परिवारों को राहत देने के उद्देश्य से 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने का फैसला किया है।
एनएसई ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि हमले में जान गंवाने वाले सभी पीड़ितों के परिजनों को प्रत्येक को 4 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। यह कदम उस सामाजिक जिम्मेदारी का हिस्सा है, जिसके तहत NSE ऐसे मुश्किल समय में राष्ट्र के साथ खड़ा है।
NSE के CEO ने क्या कहा?
NSE के प्रबंध निदेशक और CEO आशीष चौहान ने कहा,
“यह पूरा देश के लिए अत्यंत दुखद समय है। हम पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं और उनकी सहायता के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। हमारी गहरी संवेदनाएं उनके साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया।”
उन्होंने यह भी बताया कि इस संबंध में एनएसई ने आधिकारिक प्रेस रिलीज भी जारी की है, ताकि पारदर्शिता बनी रहे और सहायता प्रक्रिया शीघ्रता से पूरी की जा सके।
LIC भी आई मदद के लिए आगे
NSE से पहले भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने भी हमले के पीड़ितों के समर्थन में आगे आकर मदद का हाथ बढ़ाया था। LIC ने स्पष्ट किया है कि वह दावों के निपटान को प्राथमिकता देगी, ताकि प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द वित्तीय राहत मिल सके।
LIC ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि,
"22 अप्रैल को हुए इस नृशंस आतंकी हमले में मासूम लोगों की जान जाना अत्यंत दुखद है। हम पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और सहायता को सर्वोच्च प्राथमिकता देंगे।"
हमले की पृष्ठभूमि
बता दें कि 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम में आतंकियों द्वारा किए गए हमले में कई निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। इस हमले की पूरे देशभर में निंदा की गई थी और सरकार सहित कई संस्थाओं ने पीड़ितों के समर्थन में राहत और सहायता प्रदान करने की घोषणा की थी।
देश की संवेदनशील संस्थाएं बन रही हैं मदद का आधार
NSE और LIC जैसी वित्तीय संस्थाएं संकट के समय में पीड़ितों की मदद के लिए आगे आकर यह साबित कर रही हैं कि कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) केवल एक औपचारिकता नहीं बल्कि एक संवेदनशील सामाजिक दायित्व है।