- Hindi News
- राज्य
- मध्य प्रदेश
- एमपी के 21 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट: नर्मदा उफान पर, डैम के गेट खुले
एमपी के 21 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट: नर्मदा उफान पर, डैम के गेट खुले
BHOPAL, MP

मध्यप्रदेश में मानसून का सबसे मजबूत दौर सक्रिय हो चुका है। बारिश के तीन ताकतवर सिस्टम के असर से प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। शनिवार को शिवपुरी, शहडोल, श्योपुर और नरसिंहपुर समेत कई जिलों में गांव और शहर जलमग्न हो गए। वहीं, नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और उमरिया जिले में जोहिला डैम के गेट खोलने की नौबत आ गई है।
रविवार को 21 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में 8 इंच तक बारिश की संभावना जताई है। जबलपुर, सागर, दमोह, मंडला, डिंडौरी, बालाघाट और सिवनी जिलों में अति भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
इसके अलावा शिवपुरी, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, बैतूल, उमरिया, शहडोल, कटनी, पांढुर्णा और अनूपपुर जैसे 14 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
रविवार दोपहर जबलपुर के बरगी डैम के गेट खोले जाएंगे, जिससे नर्मदा घाटों पर 4 से 5 फीट तक पानी बढ़ने का अनुमान है।
34 से ज्यादा जिलों में बाढ़ जैसे हालात
शनिवार को भोपाल, सीधी, रीवा, सतना, उज्जैन, धार, रतलाम, डिंडौरी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, देवास, सागर और शाजापुर सहित 34 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश हुई।
नरसिंहपुर में शक्कर नदी पर बनी पुलिया धंस गई, लोग रस्सी के सहारे नदी पार करते देखे गए।
डिंडौरी में जबलपुर-अमरकंटक राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थिति बिगड़ गई, मिट्टी बहने से वाहन कीचड़ में फंसे रहे।
शिवपुरी के बैराड़ इलाके में बाढ़ के चलते घरों में पानी घुस गया, तो श्योपुर के बेनीपुरा गांव में क्वारी नदी का पानी घरों तक पहुंच गया, जहां 20 से अधिक घर प्रभावित हुए।
उमरिया में डैम के गेट खुले, बुजुर्ग दंपती की मौत
उमरिया जिले में संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र के जोहिला डैम के दो गेट खोल दिए गए हैं। पानी की अधिकता के चलते यह फैसला लिया गया।
वहीं, शहडोल जिले में तेज बारिश से एक कच्चा मकान ढह गया, जिसमें बुजुर्ग दंपती की मौत हो गई।
अभी चार दिन और बरसेगा आसमान
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, मध्यप्रदेश में 3 मजबूत सिस्टम एकसाथ एक्टिव हैं — दो ट्रफ लाइन और एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन।
यह सीजन का सबसे स्ट्रॉन्ग सिस्टम माना जा रहा है। इसके प्रभाव से 9 जुलाई तक प्रदेश के आधे हिस्से में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा।
नर्मदा का जलस्तर बढ़ा, प्रशासन अलर्ट
नरसिंहपुर के बरमान घाट पर नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों को घर खाली करने के निर्देश दिए हैं।
जबलपुर में नर्मदा के सभी घाटों पर चेतावनी बोर्ड लगा दिए गए हैं और पुलिस तैनात की गई है।
मानसून की एंट्री और रफ्तार
इस बार मानसून ने 16 जून को एमपी में दस्तक दी थी, जो सामान्य तारीख 15 जून से एक दिन लेट है।
हालांकि, मानसून ने तीन दिन में ही 53 जिलों को कवर कर लिया था।
अब पूरे प्रदेश में सक्रिय मानसून के चलते लगातार बारिश हो रही है।
भोपाल में जुलाई में 11 इंच बारिश का रिकॉर्ड
भोपाल में जुलाई महीने में 1986 में 1031.4 मिमी (करीब 41 इंच) बारिश हुई थी। 22 जुलाई 1973 को एक ही दिन में 11 इंच बारिश दर्ज हुई, जो अब तक का रिकॉर्ड है।
2024 में जुलाई महीने में 15.70 इंच बारिश हुई थी, जबकि सामान्य औसत 14.4 इंच मानी जाती है।
सावधानी जरूरी, प्रशासन ने किया अलर्ट जारी
प्रदेश भर के जल संसाधन, राजस्व और आपदा प्रबंधन विभागों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। संवेदनशील जिलों में राहत दल, नावें, एनडीआरएफ टीम और कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिए गए हैं।